मानव के शरीर में पाए जाने विभिन्न प्रकार के तत्व बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। शरीर को स्वस्थ रहने के लिए इन तत्वों का संतुलन में रहना बेहद जरूरी है।
अगर इन तत्वों में से किसी भी एक या एक से अधिक तत्व की अधिकता हो जाती है तब इसका शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने लगता है। शरीर में एक तत्व है यूरिक एसिड। यह यूरिक एसिड केमिकल उत्पादित पदार्थ होता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार यूरिक एसिड हमारे खून में घुला होता है और किडनी इसे फ़िल्टरके यूरिन के रास्ते शरीर से बाहर निकालने का काम करती है।
हालांकि कई बार शरीर में अत्यधिक मात्रा में यूरिक एसिड बनने लग जाता है। जब किडनी इसे फिल्टर नहीं कर पाती है तब इससे समस्याएं उत्पन्न होने लगती है।
तब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा तेजी से बढ़ने लगती है। जिसकी वजह से गाउट नाम की बीमारी हो जाती है। आइये जानते हों यूरिक एसिड की अधिकता से होने वाली बीमारी के लक्षण व बचाव के तरीके के बारे में।
गाउट बीमारी क्या है?
गाउट बीमारी गठिया बीमारी का ही एक रूप है। इसमें सबसे पहले पैरों की बड़ी उंगली सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। पैरों की उंगली के साथ साथ ही यह घुटने तक और पैर के निचले हिस्से को भी प्रभावित करने लगती है।
यह बीमारी किसी को भी हो सकती है। विशेषकर की मध्यम आय वर्ग के लोगों को इस बीमारी के होने की संभावना सबसे ज्यादा पाई जाती है।
गाउट के लक्षण :-
- जोड़ों में दर्द होना और सूजन आना
- जोड़ो में सूजन होने पर दर्द महसूस होना
- पैरों और पैरों की बड़ी अंगुलियों में सूजन होना
- जोड़ों के आसपास जलन जैसा महसूस होना
- टखनों व घुटनों में तेज दर्द और सूजन की समस्या होना
यह काम करे तो यूरिक एसिड नही बढ़ेगा –
शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा न बढ़ने पाए इसके लिए खानपान पर विशेष ध्यान देना बेहद जरूरी है। इसके लिए फाइबर से भरपूर आहार को अपने डाइट में शामिल करना चाहिए। इसके लिए दलिया, कद्दू, अजवाइन, ब्रोकली आदि का सेवन जरूर करें। इसके अलावा शरीर में विटामिन सी और विटामिन डी की कमी होने न दे। साथ ही अपनी बॉडी को हाइड्रेट रखें। शरीर में पानी की कमी न हो।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर में यूरिक एसिड बढ़ता नही है और यूरिन के जरिए फिल्टर होकर शरीर से बाहर हो जाता है। शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ गया हो तब भी पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर धीरे धीरे इसे बाहर निकाला जा सकता है।
शरीर में यूरिक एसिड के स्तर का पता लगाने के लिए खून की जांच की जाती है। जिससे पता चल जाता है कि खून में कितनी मात्रा में यूरिक एसिड है। लेकिन इस तरह का टेस्ट करवाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर देना चाहिए।
अगर आप एक स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की जरूरत है।
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