पोटेशियम (Potassium) हमारे शरीर के लिए एक बेहद जरूरी मिनरल है। यालह शरीर को तंदुरुस्त बनाए रखने में मदद करता है। पोटेशियम मांसपेशियों को मजबूत करने, तंत्रिकाओं की सेहत को बेहतर करने और शरीर में पानी का संतुलन बनाए रखने में मददगार होता है।
जब शरीर में पोटेशियम की कमी हो जाती है तो स्वास्थ्य से संबंधित कई गंभीर बीमारियाँ होने का खतरा बढ़ जाता है। बता दे पोटेशियम हमारे शरीर में प्रोटीन के साथ साथ कार्बोहाइड्रेट को तोड़कर उन्हें उपयोगी बनाता है।
आज हम जानेंगे पोटेशियम की कमी से होने वाली बीमारियों के बारे मे, साथ ही पोटेशियम की कमी के लक्षण और इससे बचाने के कुछ उपाय के बारे में :-
पोटेशियम की कमी से होने वाली बीमारियां ( Disease caused by Potassium deficiency In Hindi ) :-
पोटेशियम की कमी से शरीर में कई बीमारियां पैदा हो सकती हैं जो निम्नलिखित हैं –
1. हाई ब्लड प्रेशर( High blood pressure) –
जब शरीर में पोटेशियम का लेवल काफी low हो जाता है। तब हाई ब्लड प्रेशर की समस्या देखने को मिलती है।
2. दिल से जुड़ी बीमारी (Heart disease) –
शरीर में पोटेशियम का स्तर low होने से हृदय रोग स्ट्रोक (stroke) दिल का दौरा, पडने जैसी कई समस्याएं होने की संभावना बढ़ जाती है।
3. हड्डियों का कमजोर होना (Weak bone) –
अगर शरीर में पोटेशियम की कमी होती है तब इससे हड्डियां कमजोर होने लगती है। खास करके महिलाओं की हड्डियों के कमजोर होने की संभावना बढ़ जाती है। महिलाओं के शरीर में जब पोटेशियम का लेवल low होने लगता है तो उन्हें हड्डी से जुड़ी कई स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं।
4. त्वचा से जुड़ी समस्या (Skin problems) –
जो शरीर में पोटेशियम की कमी होती है तब त्वचा (skin) रूखी और बेजान हो जाती है साथ ही चेहरे पर दाने और मुंहासे भी निकलने लगते हैं।
5. बाल झड़ने की समस्या (Hair fall problems) –
शरीर में पोटेशियम की कमी होने से बाल कमजोर हो जाते हैं और झड़ने लग जाते हैं।
6. माइग्रेन की समस्या ( Migraine problem ):-
पोटेशियम की कमी से कई सारी मानसिक बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है। विशेष रुप से माइग्रेन, सिरदर्द जैसी समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती है।
शरीर मे पोटैशियम की कमी के लक्षण (Potassium deficiency caused in hindi) :-
शरीर में जब पोटेशियम की कमी होने लगती है तो शरीर में कुछ लक्षण दिखने लग जाते हैं जैसे पेट, गुर्दे, दिल, मांसपेशियां, प्लीहा आदि इससे प्रभावित होती हैं तो कुछ समस्याएं जैसे थकान महसूस होना, हाथ पैर में कमजोरी महसूस होना देखा जाता है।
- थकान और कमजोरी को पोटेशियम की कमी का सबसे पहले लक्षण माना जाता है।
- मांसपेशियों में ऐंठन होना – अचानक से मांसपेशियों में संकुचन होने लगना। ऐसा तब होता है जब खून में पोटेशियम का स्तर कम हो जाता है।
- सांस लेने में कठिनाई महसूस होना – जब शरीर में पोटेशियम की मात्रा बहुत कम हो जाता है तब सांस लेने में कठिनाई होने लगती है।
- पाचन से जुड़ी समस्या – पोटेशियम की कमी होने से मस्तिष्क द्वारा पाचन क्रिया की मांसपेशियों तक जाने वाली नसों को सिग्नल नही मिल पाता है। जिसकी वजह से पेट में मल जमने लगता है और कब्ज या दस्त के रूप में या शरीर से बाहर आता है।
- पोटेशियम की कमी से ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा लो हो जाता है या फिर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या देखने को मिलती है। साथ ही इंसान थकान महसूस करता है।
- पोटेशियम की कमी होने पर पिशाब अधिक लगती है और प्यास अधिक महसूस होती है।
पोटेशियम की कमी से इस तरह करें बचाव (Prevention of potassium deficiency in Hindi) :-
पोटेशियम की कमी से बचने के लिए पोटेशियम युक्त चीजों के सेवन को बढ़ाना चाहिए।
- फलों :- में कीवी, सेब, खुबानी, खजूर, खट्टे फल, केला आदि का सेवन किया जा सकता है।
- सब्जियों :-में आलू, पालक, खीरा, बैंगन, टमाटर, शकरकंद आदि का सेवन करना फायदेमंद है।
- खाद्य पदार्थों :-में चिकन, दही, सोया, दूध, मछली को खाना फायदेमंद होता है।
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