जिंक को जस्ता भी कहते हैं। यह एक महत्वपूर्ण धातु है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए जिंक एक आवश्यक तत्व माना जाता है। जिंक इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, घावों को भरता है, गर्भावस्था तथा बच्चों के विकास के साथ किशोरावस्था में भी बच्चों के विकास में जिंक महत्वपूर्ण होता है।
यदि शरीर में पर्याप्त मात्रा में भोजन के जरिए जिंक की आपूर्ति नहीं होती है तो शरीर में जिंक की कमी होने लगती है। खास करके बच्चों में जिंक की कमी की समस्या देखने को मिलती हैं। बच्चों में जिंक की कमी की वजह से स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं उत्पन्न होती है।
ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि कैसे इस बात का पता लगा सकते हैं कि बच्चे में जिंक की कमी है? तो आज हम किसी के बारे में विस्तार से जानेंगे कि बच्चों में जिंक की कमी के क्या लक्षण होते हैं
तथा इससे कैसे बचा जा सकता है?
बच्चों में जिंक की कमी के लक्षण :-
यदि किसी बच्चों के शरीर में जिंक की कमी होती है तो कई लक्षण देखने को मिलते हैं क्योंकि यह बच्चों के
स्वास्थ्य को प्रभावित करने लगता है। जैसे –
● भूख न लगना
● इम्यून सिस्टम का कमजोर होना
● जल्दी-जल्दी सर्दी जुखाम और संक्रमण हो जाना
● धीमी गति से विकास होना
● वजन और लंबाई का न बढ़ाना
● बच्चे का स्वस्थ न रहना
● बच्चे की याददाश्त कमजोर होना
● एकाग्रता में कमी होना
● बाल झड़ना
● चोट लगने के बाद घाव जल्दी से न भरना आदि बच्चों में जिंक की कमी के लक्षण है।
जिंक की कमी से बचने के उपाय :-
बच्चों में जिंक की कमी के लक्षण पता चलने के बाद सबसे पहले जिंक की कमी के कारण को जानना जरूरी होता है। जिससे जिंक की कमी की समस्या को दूर किया जा सके। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि जब बच्चा जिंक से भरपूर फूड का सेवन नहीं करता तो शरीर को आवश्यक जिंग नहीं मिल पाता है और शरीर में जिंक की कमी होने लगती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार शरीर में जिंक की कमी की वजह से प्रजनन अंग और मस्तिष्क का सामान्य विकास नहीं होता। इससे शारीरिक विकास भी प्रभावित होने लगता है।
यह अंगों, इम्यून सिस्टम और अन्य सामान कामकाज को प्रभावित करता है। जिंक की कमी की वजह से बच्चे का विकास अवरुद्ध होता है। लेकिन यदि खानपान की आदतों को सुधार लिया जाए तो इससे बचा जा सकता है।
विभिन्न प्रकार के जिंक से भरपूर फूड्स को बच्चों की डाइट में जरूर शामिल करें, जिससे बच्चों में जिंदगी कमी न होने पाए और उन्हें पर्याप्त मात्रा में आवश्यक जींक मिलता रहे।
इन फूड्स में पाया जाता है भरपूर जिंक –
● कद्दू के बीज और तिल के तेल में जिनका पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। यह बच्चे के लिए भी बहुत
फायदेमंद होता है। दैनिक आहार में इसे एक निश्चित मात्रा में शामिल करना चाहिए।
● काजू, बादाम, तिल, मूंगफली तथा अखरोट में भी जिंक पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।
● बाजरा, रागी जैसे साबुत अनाज में भी जिंक होता है।
● चना, बींस, दाल जैसे फलियों में बीजिंग पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।
● काजू में जिंक, कॉपर विटामिन ए, विटामिन ई फॉलेट भरपूर मात्रा में होता है। इसलिए बच्चों को ये
फूड्स जरूर खिलाना चाहिए।
● मशरूम में कम कैलोरी होती है। लेकिन इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, आयरन, जिंक
जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
● दूध और दूध से बने पदार्थ कैल्शियम तो पाया ही जाता है, साथ ही इसमें जिंक भी पर्याप्त मात्रा में
होता है। जो कि हड्डियों और दातों को मजबूत करने के साथ बच्चे के विकास के लिए काफी
फायदेमंद होता है।
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