कोरोना वायरस की दूसरी लहर लोगों के लिए घातक साबित हो रही है। हर दिन बाद हजारों की संख्या में कोरोना वायरस संक्रमण से लोग मर रहे हैं। पिछले 24 घंटे में तीन लाख से अधिक नए मामले कोरोना वायरस के सामने आए हैं।
भारत में ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है। हर अस्पताल में धीरे-धीरे संसाधन कम होते जा रहे हैं। लोगों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही हैं। ऐसे में हमारी पारंपरिक चिकित्सा पद्धति ही योग प्राणायाम करके ऑक्सीजन की कमी से बचा जा सकता है।
जैसे की कहावत भी है सुबह शाम की हवा दवा के समान है। यदि आप ताजगी भरी सुबह में योग प्राणायाम करेंगे तो ऑक्सीजन लेवल घटेगा नहीं और अस्पताल में ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होगी।
दुनिया का सबसे प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति योग प्राणायाम एक निशुल्क उपहार जैसे है। यह हर इंसान की प्रतिदिन की दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए। इसे नियमित रूप से करने से स्वस्थ और मस्त रहा जा सकता है।
योगाचार्य का दावा है कि कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में योग प्राणायाम संजीवनी दवा की तरह काम कर रही है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे ऑक्सीजन लेवल कम नहीं होगा और बेचैनी, घबराहट जैसी समस्या में भी राहत मिलेगी।
इससे व्यक्ति मानसिक रूप से मजबूत होगा और बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ेगी। योग प्राणायाम करने से कोरोना ही नहीं बल्कि अन्य तमाम बीमारियों से बचा जा सकता है।
सालों पहले हमारे यहां ऋषि मुनियों की उम्र हजार वर्ष से अधिक हुआ करती थी। इसके पीछे का रहस्य योग प्राणायाम ही प्रमुख रूप से रहा है। ऋषि मुनि जंगलों में तपस्या करते थे और योग करते थे।
प्रकृति के साथ जीवन जीने से उनका स्वास्थ्य बेहतर रहता था। लेकिन आज लोग प्रकृति के महत्व को लगता है भूलते जा रहे हैं। जिसके चलते वह प्रकृति से दूर हो रहे हैं और तमाम बीमारियां उन्हें घर कर ले रही है।
गुरु योग गुरु योगेश आर्य का कहना है कि नियमित रूप से योग प्राणायाम करने से शरीर पूरी तरह से स्वस्थ रहता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को हर दिन एक घंटे योग प्राणायाम जरूर करना चाहिए।
योग की कुछ लाभदायक क्रियाएं
- अनुलोम विलोम कम से कम 10 मिनट 30 मिनट जरूर करें।
- भ्रस्तिका कम से कम 10 मिनट रोजाना करे।
- भ्रामरी रोजाना सोने से पहले इसे करे।
- शक्ति मुद्रा में कुछ देर तक ध्यान अवश्य लगाए।
योग गुरु योगेश आर्य का कहना है कि इस महामारी के दौर में रोज व्यायाम करना बहुत जरूरी हो गया है। स्वस्थ व्यक्ति को कम से कम 20 मिनट तक व्यायाम करना चाहिए।
इसमें हल्के हल्के पांव के बल कूदना, हाथों को घुमाना, कमरे कमर को चारों तरफ घूमाना, आंखों को चारों तरफ घुमाना जैसी क्रियाएं की जा सकती है। ध्यान रहे यदि कोई व्यक्ति स्वस्थ नहीं है तो उसे यह व्यायाम नहीं करनी चाहिए। उसके स्थान पर उस व्यक्ति को बैठकर हल्का-फुल्का कलाई को घुमाना, ध्यान मुद्रा जैसे क्रियाएं करनी चाहिए।
योगाचार्य मणि रावत अर्जुन के अनुसार योग प्राणायाम नियमित रूप से करने से कोरोना वायरस के अलावा अन्य तमाम कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
इसके लिए प्रतिदिन व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना होगा, खान-पान में संयम बरतना होगा। इस मौसम में कफ जमने की समस्या देखी जा रही है। जिसकी वजह से लोगों में सांस से जुड़ी समस्याएं हो रही है।
मौसम बदलने के कारण भी कफ से जुड़ी समस्या बढ़ रही है। ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। लोगों को कपालभाति, भस्त्रिका, अनुलोम विलोम जैसे योगासन करने चाहिए।
इससे सांस से जुड़ी समस्याएं नहीं होगी। अगर किसी का ब्लड प्रेशर लो है तो उसे सूर्यभेदी और यदि हाई है तो चंद्रभेदी प्राणायाम करना चाहिए। इससे काफी आराम मिलता है।
मौसम में बदलाव के साथ सर्दी खांसी जुखाम जैसे समस्या आम बात है। इसमें घबराए नहीं बल्कि इसे सामान्य स्थिति की तरह ले और योग प्राणायाम के जरिए इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। योग प्राणायाम करने से आधे घंटे के अंदर हाई ब्लड प्रेशर और लो ब्लड प्रेशर की समस्या में आराम मिल जाता है।
इस महामारी के दौर में गुनगुना पानी पिये, बाहर की चीजों को खाने से बचें, पानी हमेशा बैठ कर पिये ज्यादातर लोग पानी खड़े होकर पीते हैं। उन्हें कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती है।
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