बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों की समस्या बढ़ जाती है। विशेष करके महिलाओं में हड्डियों से जुड़ी समस्याएं अधिक देखने को मिलती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं तथा 45 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी पाई जाती है।
ऐसे में बढ़ती उम्र के साथ पूरक आहार में कैल्शियम और विटामिन डी का सेवन शुरू कर देना चाहिए। क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ हड्डियां कमजोर होने लगती है और जोड़ों में घिसावट आने लगती है।
लोगों को चाहिए कि विटामिन सी, विटामिन डी व कैल्शियम बोन मिनिरल डेंसिटी की प्रति वर्ष जांच करवाएं और रिपोर्ट के अनुसार ही अपने डाइट को रखें। अपने डाइट में पनीर, दाल, मांस, मछली आदि को जरूर से शामिल करें। जिससे हड्डियों को मजबूती मिले।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ राहुल सिन्हा का कहना है कि ऑर्थोपेडिक इंजरी से बचने के लिए हमें अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। तथा अपनी डाइट में उन चीजों को शामिल करना चाहिए जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करें।
मजबूत हड्डियों के लिए यह काम करें :-
- बढ़ती उम्र के साथ पालथी मारकर ज्यादा देर तक न बैठे।
- नियमित रूप से व्यायाम जरूर करें।
- अपने डाइट में पौष्टिक चीजों को शामिल करें
- अपने डाइट में कैल्शियम और विटामिन डी का अतिरिक्त पूरक आहार ले।
- बढ़ती उम्र के साथ कोई आउट डोर गेम में जरूर पार्टिसिपेट करें।
- प्रतिदिन थोड़ी देर के लिए धूप में जरूर बैठे।
अक्सर देखा जाता है कि जिन लोगों की हड्डियां कमजोर होती है उनमें विटामिन सी की कमी के साथ-साथ विटामिन डी की कमी भी पाई जाती है। विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत सूरज की किरणों को माना जाता है।
लेकिन अक्सर लोग धूप में बैठने से बचते हैं और उनके डाइट भी कुछ इस तरह से होती है कि खाद्य पदार्थों के माध्यम से उन्हें पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी नहीं मिल पाती है। नतीजा यह होता है कि शरीर में धीरे-धीरे विटामिन डी की कमी होने लग जाती है। जिसकी वजह से शरीर कैल्शियम का सही ढंग से अवशोषण नहीं कर पाता है और हड्डियां कमजोर होने लग जाती है।
इसलिए अपनी डाइट में कैल्शियम के साथ-साथ विटामिन सी और विटामिन डी से भरपूर आहार को लेना चाहिए। जिससे हड्डियां मजबूत रहें और बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों से जुड़ी बीमारियों से बचा जा सके।
अक्सर देखा जाता है कि बढ़ती उम्र के साथ लोगों में जोड़ों के दर्द से जुड़ी समस्याएं पाए जाते हैं। जोडो में दर्द की समस्या ज्यादातर घुटनों की हड्डियों में घिसावट तथा कैल्शियम और विटामिन सी व विटामिन डी की कमी की वजह से होता है। जिसकी वजह से हड्डियां कमजोर होने लग जाती हैं।
कई बार घुटनों की हड्डियों में काफी घिसावट आ जाती है जिससे चलने – फिरने, उठने – बैठने में भी परेशानी उत्पन्न होने लगती है। यहां तक कि लोगो को अपनी रोजाना की दिनचर्या को पूरा करने में भी काफी परेशानी आने लगती है। ऐसे में लोग घुटना प्रत्यारोपण करवाते हैं।
लेकिन अगर इस तरह की समस्याओं से बचना है तो शुरू से ही अपने डाइट पर विशेष ध्यान दें और अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। अगर शुरुआत से ही अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग होकर लोग अपने खान-पान का सही ध्यान रखेंगे और अपने खाने में विटामिन व कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करेंगे, तो बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों से जुड़ी बीमारियों से बचे रहेंगे।
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