Vitamin D Deficiency in Hindi :
हमारे शरीर का स्वास्थ्य हमारे खान पान और हमारे दिनचर्या पर निर्भर करता है। अगर आप एक स्वस्थ और अच्छा जीवन जीना चाहते हैं तो इसमें विटामिन डी एक महत्वपूर्ण रोल अदा करती है।
अगर आप बीमारियों से बचे रहना चाहते हैं तो अपने डाइट में कुछ जरूरी विटामिन और पोषक तत्व को जरूर शामिल करें। इन विटामिन में विटामिन डी सबसे महत्वपूर्ण विटामिन है। इसे अपने डाइट में जरूर शामिल करें।
बता दें कि विटामिन डी का सबसे अच्छा और बिल्कुल फ्री स्त्रोत है – सूरज।
सूरज की किरणों में रहने से हमें विटामिन डी पर्याप्त मात्रा में मिल जाती है। यही वजह है कि विटामिन डी को सनशाइन विटामिन के नाम से भी जाना जाता है। विटामिन डी हड्डियों को मजबूत बनाता है, मांसपेशियों को मजबूत बनाता है तथा हमारे दांतों को स्वस्थ और मजबूत बनाता है।
शरीर में मौजूद कैल्शियम को हड्डी तक पहुंचाने में विटामिन डी का ही महत्वपूर्ण होता है। आजकल लोगों की विशेष करके शहरों के लोगों की दिनचर्या कुछ ऐसी हो गई है कि लोगों में विटामिन डी की कमी ज्यादा होने लगी है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि ज्यादातर लोग धूप में निकलने से बचते हैं।
जब धूप में नहीं निकलेंगे तो शरीर विटामिन डी के प्रसिद्ध स्त्रोत सूरज की रोशनी ल संपर्क में ही नहीं आएंगे और धीरे-धीरे शरीर में विटामिन डी की कमी होने लगेगी।
एक आंकड़े के अनुसार भारत में 70 से 90% लोगों में विटामिन डी की कमी है। बहुत सारे लोग तो ऐसे हैं जिन्हें विटामिन डी के कमी के लक्षण मालूम नहीं होते हैं।
आज हम देखेंगे विटामिन डी की कमी के प्रमुख लक्षणों के बारे में :-
1.दिनभर थकान जैसा लगना–
जब शरीर में विटामिन डी की कमी होने लगती है तो हमारा शरीर हर वक्त थकान महसूस करता है। शरीर में विटामिन डी का यह सबसे बड़ा और सबसे सामान्य संकेत है। अगर आप सही डाइट ले रहे हैं और पूरी नींद भी ले रहे हैं लेकिन इसके बावजूद आपको कमजोरी और थकान महसूस हो रही है तो इसका सबसे बड़ा कारण विटामिन डी की कमी हो सकती है। इसके लिए आप ब्लड टेस्ट करवा सकते हैं। ब्लड टेस्ट से आपको यह पता चल जाएगा कि शरीर में विटामिन डी की कमी है अथवा नही।
2. हड्डियों और पीठ में दर्द –
हमारे मांसपेशियों हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी पोषक तत्व है। लेकिन जब शरीर में विटामिन डी की कमी पाई जाती है तो शरीर कैल्शियम को सही ढंग से ऑब्जर्व नही कर पाता है।
जब शरीर कैल्शियम को सही ढंग से अवशोषित नहीं करेगा तो हमारे दांत, मांसपेशियां और हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। शरीर कैल्शियम को अच्छी तरह से अवशोषित करें इसके लिए विटामिन डी की जरूरत होती है।
ऐसे में अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी है तो आप चाहे जितनी मात्रा में कैल्शियम का सेवन करें आपको पीठ दर्द और हड्डियों में दर्द बना रहेगा। हड्डियों में दर्द का एक प्रमुख कारण विटामिन डी की कमी है।
3. चोट लगने पर जल्दी ठीक न होना –
शरीर में जो विटामिन डी की कमी होती है तो चोट लगने पर वह जल्दी सही नहीं होती है। कई बार शरीर में घाव हो जाने पर उसे भरने में ज्यादा समय लगता है। यह भी शरीर में विटामिन डी की कमी का एक संकेत है। शरीर में सूजन, जलन और इन्फेक्शन की समस्या से बचने के लिए विटामिन डी का सेवन जरूर करें।
4. डिप्रेशन और मूड ऑफ –
अक्सर विशेष करके महिलाओं में देखा जाता है कि उन्हें हर वक्त डिप्रेशन या एंजाइटी महसूस होती है, यह भी विटामिन डी की कमी का एक संकेत हो सकता है। अगर आपका मूड बात बात पर अक्सर खराब होता है तो आपके शरीर में विटामिन डी की कमी होने की पूरी संभावना है
क्योंकि अक्सर घर में सनलाइट नहीं आती है जिसकी वजह से डिप्रेशन की समस्या उत्पन्न होती है।
अपने मूडको फ्रेश रखने और हैप्पी बनाए रखने के लिए थोड़ी देर प्रकृति के साथ धूप में बिताएं। सुबह की गुनगुनी धूप
लेना स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है, साथ ही इससे हमें विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा वहीं मिल जाती है।
5. बालों का झड़ना –
कई बार विटामिन डी की कमी से बाल बहुत ज्यादा जाने शुरू हो जाते हैं। विशेष करके महिलाओं में बाल झड़ने की समस्या अधिक पाई जाती है। कई बार हेयरफॉल या हेयर लॉस के लिए हम केमिकल प्रोडक्ट को जिम्मेदार मानते हैं। लेकिन बहुत बार विटामिन डी की कमी भी बाल झड़ने का एक कारण हो सकती है।
विटामिन डी की कमी होने पर काफी अधिक मात्रा में बाल गिरने लगते हैं। दरअसल विटामिन डी न्यूट्रिएंट्स और हेयर फॉलिकल्स को बढ़ाने का काम करता है। अगर शरीर में विटामिन डी की कमी होती है तब भी बाल काफी ज्यादा गिरते हैं।
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